सरगुजा. भीषण गर्मी में कोरवा परिवार ढोढ़ी का पानी पीने को वेवस है,सरकार लाख दावे करे लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां करती है. हम बात कर रहे है सरगुजा जिले के लखनपुर क्षेत्र अंतर्गत लब्जी (कोरवापारा) की जहां जल जीवन मिशन की योजना दम तोड़ रही है,सरकार इस योजना के तहत घर – घर में पानी पहुंचाने की सपना जनता को दिखाई थी, लेकिन ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारी की भ्रष्टाचार की वजह से यह योजना आज तक लोगो के घरों में पानी नहीं पहुंचा सकी.
2019 की योजना आज भी अधूरा…
दरअसल केंद्र सरकार की योजना 2019 में जल जीवन मिशन के तहत सरगुजा जिले के सभी सात विकासखंड मुख्यालय अंतर्गत के ग्राम पंचायतों में यह टंकी निर्माण कर लोगो के घरों में नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुंचाना था,लेकिन भ्रष्टाचार अधिकारी और ठेकेदारों की वजह से आज 2025 तक यह पूर्ण नहीं हो सका है,जिसका खामियाजा भीषण में बूंद बूंद पानी की तलाश में पहाड़ी इलाकों में निवासरत लोगो को भटकना पड़ रहा है,कहीं ढोढ़ी की पानी से प्यास बुझाया जा रहा,तो कही कुंआ से.
लब्जी कोरवापारा में जब महिलाओ को दूर से पानी लाते देख हमारे संवाददाता ने पूछा तो उन्होंने अपनी पीड़ा बयां करती हुई कही 5 महीनों से ज्यादा दिनों से ढोढ़ी का पानी पी रहे है,वही महिलाओ का यह भी कहना था,की नल जल कनेक्शन है लेकिन आज तक पानी नई आथे,अब आप ही बता सकते है की सरकार की योजना का लाभ इन गरीब परिवारों को मिलता है, या ठेकेदार पैसों की लालच में जिम्मेदार अधिकारी से साठगांठ कर मजे ले रहे है,वहीं गरीब जनता पानी की एक एक बूंद के लिए संघर्ष करते तस्वीर में नजर आ रहे हैं.
रघुनाथपुर वासी भी वर्षो से घर-घर नल कनेक्शन की.. एक एक बूंद के लिए इंतजार कर रहे हैं,क्योंकि यहां के हाई प्रोफाइल ठेकेदार ने टंकी बनाने का जिम्मा तो उठा लिया लेकिन आज तक लोगो के घरों में पानी नहीं पहुंचा सका. हम यह दावे से कह सकते है,की पंचायत भवन कार्यालय के सामने बन रहे पानी टंकी आज भी अधूरा पड़ा है,वही उप तहसील के सामने पुरानी पानी टंकी का रंगरोगन कर केवल देखने योग्य बना दिए है,लेकिन पानी की बंद अभी तक लोगो के घरों में नहीं पहुंच सका है,यहां के ठेकेदार को मजाल है कोई बोल पाए. क्योंकि हाई प्रोफाइल ठेकेदार माने जाते है. मन किया तो होगा काम नहीं तो नहीं.
बरहाल ऐसे जिले में अनेकों जगह देखने को मिलेगा जहां टंकी निर्माण तो हुआ लेकिन पानी नहीं पहुंचा घरों में,तो कहीं निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है,जिसके वजह से पहाड़ी इलाकों में बसने वाले परिवारों को जूझना पड़ता है,अब देखना लाजमी होगा की 2019 में शुरू किए केंद्र सरकार की यह योजना क्या अब पूरा हो पाती है,यह केवल सपना बनकर रह जायेगा.
