अंबिकापुर. गरीबों के आसियानों पर चला बुलडोजर,इसके पीछे आखिर किसका हाथ.
आप लोगो ने सुना ही होगा प्रदेश में किसी की भी सरकार बनते ही गरीबों के लिए बड़े बड़े वादे किए जाते है लेकिन ये वादे कितने पूरे होते है यह बात किसी से छिपी नई है, सरकार एक ओर भूमिहीन लोगो को वन अधिकार पट्टा भी वितरण किया था,लेकिन महामाया पहाड़ के नीचे बसे लोगों के घरों पर वन विभाग ही बुलडोजर चलाकर बेघर कर दिया,वही हाई कोर्ट के आदेश के बाद वन विभाग के आला अफसर बुलडोजर लेकर वापस लौटे.
दरअसल अंबिकापुर शहर के महामाया पहाड़ श्रीगढ़ में वन भूमि पर कई वर्षो से कब्जाधारी अपना आशियाना बना कर जीवन यापन करते है, जिसे लेकर राजनीतिक दलों द्वारा कई बार इन कब्जाधारियों को उखाड़ फेंकने आंदोलन प्रदर्शन भी की गई थी,लेकिन अब राजनीतिक दलों की मनोकामना पूर्ण होती दिखाई दे रही है, वन विभाग इन कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर सोमवार को करीब 60 घरों पर बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया है वही हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद बाकी कब्जाधारियों पर बुलडोजर चलने से रोका गया है.
आखिर इन कब्जाधारियों को बसाने में जिम्मेदार कौन है क्या अधिकारी जिनकी मदद से इतने बड़ी संख्या में कब्जाधारी अपना घर बनाकर रहने लगे, और आज इन्हे हटाया जा रहा है,जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई हो.
शहर में बसे अन्य हिस्सों में बसे कब्जाधारियों को भी प्रशासन खाली करवा पाएगी या उनके हाथ पैर फूलेंगे,जैसे गंगापुर सहित अन्य क्षेत्रों में भी सरकारी जमीनों पर कब्जाधारी कब्जा कर बैठे है.
