सरगुजा. नगरीय निकाय चुनाव में सीतापुर नगर पंचायत इन दिनों सुर्खियों में है,पहला शपथ ग्रहण के आमंत्रण कार्ड से तो वहीं विवेक नामदेव सीतापुर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष बनने के बाद सुर्खियों में आ गए है.
दरअसल विवेक नामदेव को कांग्रेस का स्लीपर सेल कहा जा रहा है, जो नगर पंचायत उपाध्यक्ष के चुनाव में साफ तौर पर देखने को मिला है तस्वीरें बया कर रही है. बता दे कि सरगुजा के सीतापुर को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कभी भाजपा जीत हासिल नहीं की थी. नगर पंचायत में भी कांग्रेस का दबदबा रहा है, जो इस बार देखने को भी मिला जहां हर नगर पंचायत नगर निगम में भाजपा के अध्यक्ष उपाध्यक्ष बने तो वही सीतापुर के नगर पंचायत में कांग्रेस के प्रेम दान कुजूर ने अध्यक्ष के लिए चुनाव जीता. लेकिन नगर पंचायत उपाध्याय के चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा, उपाध्यक्ष के लिए सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो के करीबी माने जाने वाले भवानी सिंह थे ऐसा लोग अनुमान लगा रहे थे,कि भवानी सिंह का उपाध्यक्ष बनना तय है, लेकिन भाजपा के बागी कहे या कॉग्रेस का स्लीपर सेल विवेक नामदेव ने भाजपा का समीकरण बिगाड़ दिया. हालांकि सीतापुर नगर पंचायत में भाजपा के ही उपाध्यक्ष ने जीत हासिल की है, लेकिन जीत का जश्न कांग्रेस कार्यालय में देखने को मिला है, जिसकी सच्चाई तस्वीरें बया कर रही है.
सीतापुर में अध्यक्ष पार्षदों के जीत का समीकरण पर गौर किया जाए तो अध्यक्ष के साथ उपाध्यक्ष भी कांग्रेस आसानी से बना सकती थी लेकिन कांग्रेस ने अपना उमीदवार नहीं उतारा, क्योंकि विवेक नामदेव पहले से कांग्रेस में सेट हो चुके थे.
आंकड़े की बात की जाए तो भाजपा के 8 पार्षद ने जीत हासिल की थी कांग्रेस के 4 तो वही निर्दलीय 3 पार्षद ने जीता था. समीकरण के हिसाब से देखा जाए तो भवानी सिंह का उपाध्यक्ष बनना तय माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस ने अपना उमीदवार नहीं उतारा और भाजपा के विवेक नामदेव अचानक बागी उम्मीदवार बनकर उपाध्यक्ष के मैदान में उतर गए और कांग्रेस के पार्षदों ने अपना मत भाजपा के बागी उमीदवार विवेक नामदेव को दे उपाध्यक्ष बना दिया है.
यही बात सीतापुर नगर पंचायत में चर्चा का विषय बना हुआ है नगर पंचायत के लोगों का कहना है कि कांग्रेस चाहती तो अध्यक्ष के साथ उपाध्यक्ष भी कांग्रेस का जिताया जा सकती था, लेकिन भाजपा के उपाध्यक्ष उमीदवार को कांग्रेस के पार्षदों ने आखिर अपना मत क्यों किया नगर पंचायत के लोगों को हजम नहीं हो रहा हैं राजनीति है राजनीति में सब जायज है कुछ भी हो सकता है.
