अंबिकापुर. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर आज जिला कांग्रेस कमेटी ने अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में घडी चौक पर केन्द्र और राज्य सरकार के साथ ही सीबीआई का पुतला दहन किया. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल, भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव के निवास पर हुए सीबीआई रेड के विरोध में आज प्रदेशव्यापी पुतला दहन कार्यक्रम किया गया. कुछ दिनो पूर्व भी ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर रेड की थी, लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा था. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वो वैमनस्य की भावना से लगातार सीबीआई और ईडी की रेड भूपेश बघेल एवं कांग्रेस नेताओं पर करवा रही है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर आज बडी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता राजीव भवन में एकजुट हुए एवं वहां से कांग्रेस जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में रैली निकाल कर घडी चौक पर पहॅुंचे और वहां पर पुतला दहन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दहन के लिये 2 पुतले बनाये थे. सफेद रंग का एक पुतला सीबीआई का था और काले रंग का दूसरा पुतला केन्द्र सरकार का प्रतीक था. पुतलों को जलाने के दौरान पुलिस से झूमा-झटकी भी हुई. पुलिस कर्मियों ने पुतलों में लगी आग को पानी से बुझाने का प्रयास किया, किंतु कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके प्रयास को सफल नहीं होने दिया. पुतला दहन के बाद जिला कांग्रेस जिलाअध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि केन्द्र की सरकार, नरेन्द्र मोदी की सरकार, अमित शाह की सरकार पूरे देश में उनके खिलाफ जो सैद्धान्तिक रुप से राजनीतिक गतिविधी द्वारा उनके गलत कामो का विरोध कर रहे हैं,उनके खिलाफ कारवाई हो रही है. जो इस कारवाई पर सरेंडर हो जा रहा है वो कमल छाप वाशिग मशीन में साफ होकर भाजपा में शामिल हो जा रहा है. ये सरकार ब्लैकमेलर है. वो ईडी-सीबीआई का उपयोग ब्लैकमेल के लिये कर रही है. इसी सोच के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ कारवाई हो रही है। लेकिन मोदी सरकार कितना भी जोर लगा ले भूपेश बघेल न तो टूटेंगे न ही झुकेंगे पुतला दहन के. इस कार्यक्रम के दौरान 20 सूत्रिय कार्यक्रम के पूर्व उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, पूर्व महापौर डॉ0 अजय तिर्की, निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, मो इस्लाम, भानू प्रताप सिंह, विनय शर्मा, संजय विश्वकर्मा, अरविंद सिंह गप्पू, हेमंत तिवारी, विनित जायसवाल, विनोद एक्का, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, अनिल सिंह, दुर्गेश गुप्ता, मदन जायसवाल, राजू अग्रवाल, संजीव मंदिलवार, जीवन यादव, शिवप्रकाश अग्रहरी, धर्मेन्द्र ताम्रकार, जमील खान दीपक मिश्रा, चंद्रप्रकाश सिंह, सतीश बारी, आलोक सिंह, हिमांशु जायसवाल, शुभम जायसवाल, आशीष जायसवाल, अविनाश कुमार,अशफाक अलि, लवकेश पासवा दिनेश शर्मा, विशाल पाठक विकास केशरी, केदार यादव, विरेन्दे सिन्हा, परवेज आलम गांधी, अमित वर्मा, अंजला केरकेट्टा, शकीला सिद्धकी, प्रिति सिह चंचला सांडिल्य, उर्मीला कुशवाहा, साधना कश्यम, संगीता मिंज, अनीता सिन्हा, सपना सिन्हा, मंजू सिंह सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे.
