अंबिकापुर. सरगुजा जिले में लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने सड़कों की हालत को बुरी तरह प्रभावित किया है. शहर की प्रमुख सड़कें गड्ढों से भरी पड़ी हैं, जिससे आम नागरिकों को रोजमर्रा के आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बरसात के दौरान सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ने महापौर और संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ सड़कों का निरीक्षण किया था और निर्माण कार्य बारिश के बाद शुरू करने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब जब बारिश थम चुकी है, तो सड़कों की मरम्मत तो दूर, सांसद महोदय अब अधिकारियों से चर्चा करने की बात कहकर टालमटोल कर रहे हैं. उनके इन गोलमोल जवाबों ने जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
सांसद चिंतामणि महाराज ने खुद स्वीकार किया है कि शहर से गुजरने वाली चार प्रमुख सड़कें अत्यंत जर्जर हो चुकी हैं. विशेष रूप से अंबिकापुर से रामानुजनगर जाने वाले मार्ग की स्थिति तो इतनी खराब है कि वाहन चालकों के लिए यह एक चुनौती बन गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो न केवल यातायात को बाधित कर रहे हैं बल्कि दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं. एक स्थानीय निवासी ने बताया, “बारिश के समय सांसद जी ने निरीक्षण किया और हमें उम्मीद बंधाई थी, लेकिन अब कुछ नहीं हो रहा. रोजाना हमें इन सड़कों पर जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है.”
मीडिया से बातचीत में सांसद महाराज ने समस्या को स्वीकार तो किया, लेकिन समाधान के लिए कोई ठोस समयसीमा नहीं बताई. उन्होंने कहा, “जब भी अधिकारियों से चर्चा होगी, हम जरूर अवगत कराएंगे” उनके इस टालमटोल वाले रवैये से जनता में निराशा फैल गई है. बरसात के दौरान सांसद ने निरीक्षण के नाम पर खूब वाहवाही लूटी थी. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे थे, जहां वे बारिश में सड़कों का जायजा लेते नजर आ रहे थे. लेकिन अब जब कार्यान्वयन का समय आया है, तो जनता को बेहतर सड़कों का इंतजार लंबा होता जा रहा है.
जनता अब सवाल उठा रही है कि आखिर कब तक सरगुजा के निवासियों को सुरक्षित और सुगम सड़कें मिलेंगी..? सांसद महाराज के निरीक्षण को महज एक पीआर स्टंट बताते हुए कई लोगों ने कहा कि असली काम अब शुरू होना चाहिए. यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो स्थानीय स्तर पर आंदोलन की संभावना भी जताई जा रही है.





