अंबिकापुर. सरगुजा जिले के अंबिकापुर में नवरात्रि के दौरान आयोजित गरबा कार्यक्रमों को लेकर हिंदू संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। निजी होटलों में होने वाले इन कार्यक्रमों में यूट्यूबर एल्विश यादव और अंजलि अरोड़ा को आमंत्रित करने के फैसले पर नाराजगी जताते हुए संगठनों ने उनके पोस्टर जलाए और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.
हिंदू संगठनों का आरोप है कि गरबा के नाम पर निजी होटल संचालक फूहड़ता और अश्लीलता फैला रहे हैं, जो हिंदू संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के खिलाफ है. संगठनों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि इन कार्यक्रमों को बंद नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
शुक्रवार को अंबिकापुर की सड़कों पर उतरे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने निजी होटलों के बाहर धरना दिया. उन्होंने एल्विश यादव और अंजलि अरोड़ा के पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और गरबा कार्यक्रमों को ‘सांस्कृतिक अपमान’ करार दिया.
एक प्रमुख संगठन के नेता ने कहा, “गरबा मां दुर्गा की भक्ति का प्रतीक है, लेकिन निजी होटलों में इसे व्यावसायिक बनाने का प्रयास हो रहा है. एल्विश यादव जैसे विवादास्पद व्यक्तियों को बुलाकर युवाओं को गुमराह किया जा रहा है.”
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
विरोध के दौरान हिंदू संगठनों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंचा. ज्ञापन में मांग की गई है कि निजी होटलों में आयोजित सभी गरबा कार्यक्रमों को तुरंत बंद कराया जाए. संगठनों ने कहा कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेंगे, जिसमें सड़क जाम और होटलों का घेराव शामिल हो सकता है.
हिंदू समाज में आक्रोश…
सरगुजा जिले में हिंदू समाज के लोग इस मुद्दे पर आक्रोशित हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि नवरात्रि जैसे पवित्र पर्व को कमर्शियल इवेंट में बदलना अस्वीकार्य है. एक स्थानीय महिला ने बताया, “हम गरबा खेलना चाहते हैं, लेकिन बिना किसी अश्लीलता के,ऐसे कार्यक्रम युवाओं को गलत दिशा दिखा रहे हैं.
पृष्ठभूमि : एल्विश यादव और अंजलि अरोड़ा विवाद…
एल्विश यादव, जो बिग बॉस ओटीटी के विजेता हैं, अक्सर अपने विवादास्पद बयानों और जीवनशैली को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. वहीं, अंजलि अरोड़ा भी रियलिटी शो से जुड़ी हैं. हिंदू संगठनों का दावा है कि इनके शामिल होने से गरबा कार्यक्रमों में नशे और फूहड़ता का प्रसार होगा. यह विरोध छत्तीसगढ़ में गरबा को लेकर बढ़ते विवादों का हिस्सा लगता है, जहां हाल ही में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर भी बहस छिड़ी हुई है.
प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्रोतों के अनुसार, होटलों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. नवरात्रि का मौसम चल रहा है, और यह विवाद पूरे क्षेत्र में तनाव पैदा कर सकता है.
