अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के 10 जुलाई 2025 के स्थानांतरण आदेश की सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड में खुलेआम अवहेलना हो रही है। पुराने प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनोज वर्मा पर कथित राजनीतिक संरक्षण के चलते आदेश का पालन नहीं हो रहा, जबकि नए अधिकारी मनीष कुमार को पूर्ण जिम्मेदारी नहीं मिल पा रही। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार झा की चुप्पी ने सवाल खड़े कर दिए हैं।
आदेश की अनदेखी, ‘डबल चार्ज’ की स्थिति….
छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में मनीष कुमार (सहायक खंड शिक्षा अधिकारी, ई-संवर्ग) को वाड्रफनगर (जिला बलरामपुर) से प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी लुंड्रा (जिला सरगुजा) बनाया गया। वहीं, मनोज वर्मा (व्याख्याता एल.वी. भूगोल, टी-संवर्ग) को लुंड्रा से प्रतिनियुक्ति पर सहायक प्राध्यापक के पद पर डाइट अंबिकापुर भेजा गया। आदेश में तत्काल कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश था, लेकिन दो माह बाद भी मनोज वर्मा पुरानी जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। इस ‘डबल चार्ज’ की स्थिति से विकासखंड में शिक्षा कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
राजनीतिक संरक्षण का आरोप….
सूत्रों के अनुसार, मनोज वर्मा को कथित तौर पर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वे स्थानांतरण आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। अवर सचिव रामेश्वर प्रसाद वर्मा द्वारा हस्ताक्षरित इस आदेश की अनदेखी ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय शिक्षक संगठनों ने इसे गंभीर अनियमितता करार देते हुए कार्रवाई की मांग की है।
विशेष जनजाति के अधिकारी की मेहनत पर सवाल…
नए प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार विशेष आरक्षित जनजाति (PVTG) से हैं और अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग को प्रोत्साहित करने की नीति के बावजूद उन्हें पूर्ण जिम्मेदारी नहीं मिलना सरकार के दावों पर सवाल उठाता है। छत्तीसगढ़ जागरूक शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री गायत्री मंडलोई ने कहा, “राजनीतिक दबाव में आदेशों की अवहेलना से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। विशेष वर्ग के अधिकारियों को मौका देने की नीति सिर्फ कागजों तक सीमित है।”
जिला शिक्षा अधिकारी की चुप्पी…
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार झा ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हाल ही में पदभार ग्रहण करने वाले डॉ. झा से शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और नवाचार की अपेक्षा थी, लेकिन उनकी चुप्पी से विभागीय हलकों में असंतोष है।
शिक्षा व्यवस्था पर असर…
लुंड्रा विकासखंड के शिक्षकों और अभिभावकों ने चिंता जताई है कि इस अनिश्चितता से स्कूलों के निरीक्षण, योजनाओं का क्रियान्वयन और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्थानांतरण नीति की अवहेलना से शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पूरे राज्य में गलत नजीर बन सकता है।
जांच और कार्रवाई की मांग…शिक्षक संगठनों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो यह मामला राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन सकता है। विभाग से अपेक्षा है कि शीघ्र हस्तक्षेप कर आदेशों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
