अंबिकापुर. अंबिकापुर विकासखंड में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत संविदा कर्मचारी प्रवीण कुमार सिन्हा की कथित मनमानी से अन्य कर्मचारियों में असंतोष की लहर दौड़ गई है। 1 सितंबर 2025 को जारी मूल पदस्थापना आदेश के बावजूद सिन्हा बतौली ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) में जॉइन करने का नाम नहीं ले रहे हैं। सलग्नीकरण (संलग्नीकरण) अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें मूल पद पर भेजा गया था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति से कार्यालयी कार्य प्रभावित हो रहे हैं और सहकर्मी परेशान हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रवीण कुमार सिन्हा मूल रूप से अंबिकापुर विकासखंड में अटैच (संलग्न) थे। समग्र शिक्षा अभियान के तहत संविदा आधार पर कार्यरत ये कर्मचारी सलग्नीकरण की अवधि पूरी होने पर 1 सितंबर को बतौली बीआरसी में अपनी मूल पदस्थापना के लिए स्थानांतरित किए गए। आदेश जारी होने के लगभग 18 दिनों बाद भी वे जॉइन नहीं कर पाए हैं, जिसको लेकर राजनीति नेता सहित अन्य लोगों ने शिकायत तक दर्ज करा चुके है।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति पारदर्शिता और नियमों के पालन के लिए की जाती है, लेकिन ऐसी घटनाएं विभाग की छवि को धूमिल कर रही हैं। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, संविदा कर्मचारियों को मूल पदस्थापना आदेश का तत्काल पालन करना अनिवार्य है। गैर-अनुपालन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान है, जिसमें सेवा समाप्ति या जुर्माना शामिल हो सकता है। अंबिकापुर जिले में संविदा कर्मचारियों की संख्या हजारों में है, और ऐसी मनमानी से समग्र शिक्षा की योजनाएं पटरी से उतर सकती हैं।
स्थानीय शिक्षक संघों ने इस मामले में उच्च अधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग की है। एक शिक्षक ने कहा, “हम सभी संविदा पर हैं, लेकिन नियमों का पालन सबको करना चाहिए। सिन्हा की अनुपस्थिति से हमारा कार्यभार दोगुना हो गया है।”
यह घटना संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया में व्याप्त अनियमितताओं की ओर इशारा करती है। हाल ही में बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में संविदा कर्मचारियों के आंदोलनों ने राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा छेड़ी है, जहां नौकरी की स्थायित्व और नियम पालन के मुद्दे प्रमुख हैं। अंबिकापुर में यह मामला तूल पकड़ सकता है, यदि शीघ्र समाधान न हुआ।
नए खंड शिक्षा अधिकारी राजकुमार यादव से इस मामले में बात किया गया तो उन्होंने बोला मै कार्यालय का प्रभार लिया हूं सोमवार तक ऑफिस जाऊंगा उसके बाद उचित कार्रवाई करूंगा।





