अंबिकापुर. सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम पुहपुटरा के आश्रित ग्राम चिलबिल पांडोपारा में सड़क की बदहाल स्थिति ने विशेष आरक्षित पण्डो जनजाति के 30 से अधिक परिवारों का जीना मुश्किल कर दिया है. क्षेत्रीय विधायक और मंत्री राजेश अग्रवाल द्वारा चुनाव से पहले सड़क निर्माण के किए गए वादे खोखले साबित हो रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को कीचड़ और गड्ढों से भरी सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ रहा है.
पुहपुटरा से चिलबिल पांडोपारा को जोड़ने वाली करीब तीन किलोमीटर की सड़क बड़े-बड़े गड्ढों और कीचड़ में तब्दील है. बरसात में साइकिल और बाइक चलाना भी असंभव हो जाता है, गर्भवती महिलाओं और मरीजों को कंवर या खाट पर उठाकर दो किलोमीटर पैदल मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है, जहां से एंबुलेंस की सुविधा मिल पाती है. कई बार मरीजों को लहपटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक इसी तरह ले जाना पड़ता है, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है.
बरसात ने बढ़ाई परेशानी, मुरूम मिट्टी बनी कीचड़
ग्राम पंचायत ने बरसात से पहले सड़क के गड्ढों में मुरूम मिट्टी डालकर स्थिति सुधारने की कोशिश की, लेकिन बारिश ने मिट्टी को कीचड़ में बदल दिया. ग्रामीणों का कहना है कि सामान्य दिनों में भी गड्ढों के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती. ग्रामीणों ने बार-बार शासन-प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग की, लेकिन मंत्री राजेश अग्रवाल के आश्वासनों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ग्रामीणों में नाराजगी, प्रशासन की उदासीनता पर सवाल
ग्रामीणों का आरोप है कि मंत्री राजेश अग्रवाल ने चुनावी वादों में सड़क निर्माण सहित तमाम मूलभूत सुविधाओं की बात तो की, लेकिन धरातल पर अब तक कोई काम नहीं हुआ.
विशेष आरक्षित पण्डो जनजाति के इस गांव की अनदेखी ने ग्रामीणों में गहरी निराशा पैदा की है. ग्रामीणों ने मांग की है कि शासन-प्रशासन जल्द से जल्द सड़क निर्माण करे ताकि उनकी मूलभूत जरूरतें पूरी हो सकें और आपात स्थिति में मरीजों को समय पर इलाज मिल सके.





