Explore

Search

November 24, 2025 12:16 am

लेटेस्ट न्यूज़

जिला शिक्षा अधिकारी का कारनामा देखिए,अनुपस्थित शिक्षिका को नोटिस..और बाकी को 10-10 का मिला सेल्फी आदेश

सरगुजा. जिला शिक्षा अधिकारी हो तो सरगुजा जैसे,केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम को लेकर बैठक बुलाई गई थी,जिसमे एक शिक्षिका की अनुपस्थिति पर नोटिस जारी कर कहा गया आपके अनुपस्थित होने पर कार्य प्रभावित हुए है. वाह क्या ऐसे भी शिक्षा अधिकारी होते है. वही जिला शिक्षा अधिकारी के एक और कारनामा निकलकर सामने आई है,ये साहब आयोजन में भीड़ जुटाने शिक्षकों को टारगेट देकर 10-10 शिक्षक लाने ग्रुप में लिखकर निर्देश भी दे डाले.

दरअसल मध्य प्रदेश के सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान को लोग प्यार से “मामा” कहते हैं, वे अब केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री हैं,पहली बार उनका बतौर केंद्रीय मंत्री सरगुजा आगमन हो रहा है, ऐसे में सरगुजा भाजपा ने प्रशासन के साथ मिलकर आयोजन को भव्य रूप देने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है.

13 मई को पीजी कॉलेज मैदान में शिवराज मामा आएंगे, यहां पूरे प्रदेश के लिए तीन लाख अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत करने की घोषणा करेंगे. आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी में हैं.

10-10 शिक्षकों को लेकर आईए और भेजिए सेल्फी ????…

इन दिनों तापमान बढ़ा हुआ है, चिलचिलाती धूप है, ग्रामीणों को आयोजन स्थल तक ला पाना किसी कीमत पर आसान नहीं है, भाजपा के कार्यकर्ता डेढ़ वर्ष में वैसे भी थोड़े मायूस हैं, ऐसे में भीड़ जुटाना बड़ी चुनौती से कम नहीं. लिहाजा अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है,अधिकारी कर्मचारियों को शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने कहा ही गया है,ऐसे में भला शिक्षा विभाग पीछे क्यों रहता. लिहाजा,जिला शिक्षा अधिकारी ने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर फरमान जारी करवा दिया है. फरमान यह है कि कार्यक्रम में भीड़ बढ़ाने जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है वह अपने साथ 10-10 शिक्षकों को सुबह 10 बजे साथ लेकर पहुंचे, यही नहीं वहां पहुंचने के बाद बकायादे 10 लोगों की सेल्फी लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट करना है, ताकि पता चल सके कौन शिक्षक अपने साथ कितने लोगों को लेकर आया है. चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी में स्कूल बंद हैं किंतु “सुशासन तिहार” के कारण शिक्षकों को स्कूल जाना पड़ रहा है, ऐसी स्थिति में इस भीषण गर्मी में भीड़ बढाने शिक्षकों को पीजी कॉलेज मैदान के आयोजन में शामिल होना है. शिक्षकों ने इसका विरोध तो नहीं किया है पर उनके व्हाट्सएप ग्रुप में इसको लेकर आपसी चर्चा जरूर हो रही है कि हर आयोजन में शिक्षकों को ही क्यों जिम्मेदारी दे दी जाती है, यदि शासन- प्रशासन जनहित में बेहतर काम कर रहा है और इस सरकार से उनके कार्यकर्ता भी खुश हैं तो स्वस्फूर्त भीड़ शिवराज मामा के आयोजन में क्यों नहीं आ सकती…? शिक्षकों का सहारा क्यों लेना पड़ रहा है..? 

एक भी कुर्सी न रहे खाली…

शिक्षक ही नहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को भी आयोजन में शामिल होने कहा जा रहा है, ताकि कहीं भी कुर्सियां खाली न रहे.

ATD News
Author: ATD News

Leave a Comment

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर