अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक ओर किसान खादों की कमी को लेकर चिंतित हैं, वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये खाद ट्रेडिंग कंपनी का है जो कि फर्म से खाली न हो के. मोती प्लास्टिक नामक दुकान के पास पिकअप में खाली कराइ जा रही थी, जिसकी एक तस्वीर कैमरे में कैद भी हो गई है. जिले सहित प्रदेश के किसानों को ऊँचे रेट में खाद मिलने का यही कारण है कि बीच सड़क पर ही खाद को पिकअप में लोड कर के कालाबाजारी किया जा रहा है,ये तस्वीर रायगढ़ रोड शहर के नजदीक विजय ट्रेडिंग और मोती प्लास्टिक के बीच का नजारा है,जहां सुबह सुबह ही ट्रक से सीधे पिकअप वाहन में खाद पलटी की जा रही है.
सेटिंग बाज विभाग आखिर क्या करें सीजन चल रहा…
कृषि विभाग के द्वारा जाँच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर, के खरसिया नाका चौक के थोक दुकानदारों को बीच रोड में खाद की कालाबाजारी करने का लाइसेंस दिया है तभी तो बिना किसी डर भय के यह खेल चालू है और दूसरी ओर आदिम जाति सहकारी समिति केंद्रों में किसान खाद की किल्लत से जूझ रहे है.
इन ट्रेडिंग कंपनी दुकानदारों को शासन प्रशासन का कोई भय नहीं है इन्हें सिर्फ किसानों के खून पसीने की कमाई से अपनी जेब भरने से मतलब है.
नियम क्या है…
विभाग के निर्देशानुसार खाद को पोस मशीन और ‘M’ farm के साथ किसानों को खाद देना, थोक विक्रेता को mfms id में खाद देना है, जिससे खाद कब कहां कितना गया,इसकी जानकारी प्राप्त हो सके, परंतु यहाँ पर तो बीच रोड में खुलेआम सीधे पिकअप में खाद की कालाबाजारी की जा रही है, और विभाग की कमीशन समय से पहुंच जा रही है,तभी तो इन्हें किसी का डर नहीं.





