अंबिकापुर. शहर में 3 शासकीय अंग्रेजी शराब दुकान है और तीनों दुकानें अपने कर्मचारियों के कारनामों की वजह से चर्चाओं में बनी हुई है. दरअसल इन दिनों शराब दुकानों में धड़ल्ले से मिलावटी शराब बेची जा रही है और शराब में मिलावट का खेल खुले आम चल रहा है.
सरगुजा में ऐसा पहली बार नही हो रहा है कि खुले आम गंगापुर, सुभाषनगर और गाढ़ाघाट शराब दुकान में मिलावटी शराब बिक रही है. दरअसल जबसे शराब दुकानों का शासकीयकरण हुआ है तब से सरगुजा में शराब माफिया सक्रिय रहे है और बड़े पैमाने पर यहां शराब में मिलावट कर मोटी रकम कमाने का गोरखधंधा चलाते आ रहा है. जो थमने का नाम नहीं ले रहा.
वर्तमान में ईगल हंटर कंपनी के द्वारा प्लेसमेंट कर्मचारियों को गंगापुर गाड़ाघाट और सुभाष नगर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. ईगल हंटर कंपनी द्वारा कर्मचारियों को मिलावटी शराब बेचने का अधोषित लाइसेंस भी दे दिया गया है, ताकि बड़े पैमाने पर मिलावटी शराब बेचकर मोटी रकम शराब माफिया कमा सके. तीनों प्रमुख अंग्रेजी शराब दुकान से मिलावट की शिकायत मिलने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने से अक्सर बचते नजर आ रहे हैं. शायद यही वजह है कि अंबिकापुर में बड़े पैमाने पर इन दोनों शराब दुकानों में नकली शराब बेची जा रही है.
अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध
पिछले कुछ दिनों से शहर के शराब दुकानों में मिलावट का खेल चल रहा है ग्राहक लगातार शराब की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं अधिकारियों को भी शिकायत मिल रही है. इसके बाद भी अंग्रेजी शराब दुकानों में न तो छापामार की कार्रवाई हो रही है और न ही शराब के गुणवत्ता की अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है. ऐसे में जाहिर सी बात है की दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों को शराब में मिलावट करने का खुला छूट मिल रखा है. शायद अधिकारी जानबूझकर ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे जो खुलेआम शराब में मिलावट कर रहे हैं.
अंबिकेश्वर यादव है मिलावट खोरो का सरगना
प्रदेश में सरकार बदल गई शराब घोटाले में कई बड़े अधिकारी जेल चले गए लेकिन सरगुजा के अंग्रेजी शराब दुकानों में कई ऐसे प्लेसमेंट कर्मचारी हैं जो सालों से कब्जा जमाए बैठे हैं इन्हीं के इशारों पर जिले के शासकीय शराब दुकानों में बड़े पैमाने पर मिलावट का खेल होता है. इनमें से एक कर्मचारी जिनका नाम अंबिकेश्वर यादव(अम्बी) बताया जा रहा है, जो पिछले कई सालों से गंगापुर शराब दुकान में जमा हुआ है, यही नही इसके रिस्तेदार और भाई भतीजे भी शराब दुकानों में जमे हुए है. शराब में मिलावट का खेल अंबिकेश्वर यादव के इशारे पर होता है. गंगापुर शराब दुकान में कई बार छापा भी पड़ा कई कर्मचारी भी नप गए लेकिन अंबिकेश्वर यादव का बाल भी बांका नहीं हो सका. बताया जाता है कि शराब माफियाओं का हाथ अंबिकेश्वर यादव के सिर पर है. ऐसे में अधिकारी इसके खिलाफ कार्यवाही करने से भी बचने है और इसका फायदा उठाकर अंबिकेश्वर यादव बाकी कर्मचारियों को शराब में मिलावट करने की तकनीक बताता है.
एल के गायकवाड (जिला आबकारी अधिकारी)
सरगुजा जिला आबकारी अधिकारी एल के गायकवाड से शराब की मिलावट को लेकर बात की गई तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करने की बात कहे,अब देखना होगा की कीमती शराब में मिलावटखोरी करने वालों पर गाज गिरती है या नहीं।
