सरगुजा. अंबिकापुर के होलीक्रॉस कन्वेंट स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सराहनीय पहल किया गया, जिसमें बेकार पड़े प्लास्टिक के रैपर को इकट्ठा कर जिस कंपनी के द्वारा प्रोडक्ट बनाए गए हैं, उसे वापस भेजने के लिए हर साल तैयारी की जाती है, आपको बता दें कि होलीक्रॉस कन्वेंट स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा पिछले कई सालों से (लैस, कुरकुरे,पानी बॉटल,चॉकलेट) सहित अन्य प्रोडक्ट के रैपर को इकट्ठा कर 25 दिसंबर व नए साल के अवसर पर हर साल उपहार के स्वरुप कंपनी को भेजते हैं.
इसी कड़ी में 2 जनवरी 2025 को भी हर साल की तरह होली क्रॉस कन्वेंट स्कूल अंबिकापुर के छात्र-छात्राओं ने बेकार हुए रैपर को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है, इधर छात्र-छात्राओं ने बताया कि प्लास्टिक के रैपर मिट्टी, समुद्र में मौजूद जीव जंतुओं सहित पशुओं को भी इससे खासा नुकसान पहुंचता है, जिससे उनकी मौतें भी हो जाती है, वही इस सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचाता है, इसलिए हम कंपनी को बताना चाहते हैं कि प्लास्टिक की जगह कोई दोबारा उपयोग करने वाली वस्तुओं के साथ अपना प्रोडक्ट बनाने पर विचार करें,जिससे कि पर्यावरण दूषित ना हो सके.
प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद भी नहीं हो सकी प्लास्टिक बैन
वहीं इसी तरह 2020 में अंबिकापुर के छात्र छात्राओं ने प्लास्टिक मुक्त भारत की मुहिम चला इसी तरह कार्यकर्म आयोजित किया था जिसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ट्वीट कर इन छात्र – छात्राओं का हौसला बढ़ाया था लेकिन इसके बाद किसी तरह की कोई परिवर्तन नहीं दिखाई पड़ी,अंबिकापुर होली क्रॉस कन्वेंट स्कूल के छात्र-छात्राओं को प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद प्लास्टिक बंद होने की एक उम्मीद जगी थी लेकिन वह भी एक अपना बनकर रह गया,आज वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है शायद अब इस ओर ध्यान आकर्षित हो तो प्रधानमंत्री के ट्वीट का असर पड़ सकता है.
वही हम बात करें अंबिकापुर नगर निगम की तो हर साल देश भर में स्वच्छता को लेकर अवार्ड प्राप्त करते है, वही महापौर अजय तिर्की ने बताया कि ये जो छात्र छात्राओं द्वारा यह मुहिम चलाई जा रही है वह सराहनीय प्रयास है,इस सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया जाना चाहिए,वही नगर निगम पर यह सवाल भी है उठता है कि हर साल स्वच्छता में अवार्ड पाने वाले नगर निगम अंतर्गत इतने अधिक मात्रा में प्लास्टिक कहां से आए जिसे छात्र छात्राओं ने इक्ट्ठा कर लोगो को यह संदेश दे रहे की सिंगल यूज प्लास्टिक कितनी घातक है इसपर बैन लगना चाहिए.
बरहाल अब देखना होगा की सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने देश के प्रधानमंत्री और राज्य सरकार,संघर्षरत छात्र छात्राओं को कब तक न्याय दिला पाती है.
