देशबंधु नेताम देवभोग गरियाबंद की रिपोर्ट,
रुद पथ- देवभोग हम बात कर रहे हैं खोकसरा पशु औषधालय की जहां एक पदस्थ कर्मचारी पशु परिचारक भोजराज दिवान कि यह कर्मचारी हमेशा नदारद रहते हैं और हमेशा कि तरह शराब पीकर उड़ीसा के कालाहांडी सेमला में रहते हैं यह कर्मचारी अपना दफ्तर में बैठना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं अगर किसी बेजुबान जानवरों को किसी प्रकार का बिमारियों हो तो सीधा पड़ोसी राज्य उड़ीसा के कालाहांडी से किसी प्रकार के गो सेवक को बुलाया जाता है और उसके ईलाज डबल दामों में देकर किसी तरह ठिक किया जाता है जब ग्रामीण किसी तरह पशु औषधालय पहुंचते हैं तो उक्त दफ्तर में न होने कि बात कहते हैं या फिर शराब के नशे में धुत कर्मचारी अपनी औषधालय में दवाई नहीं होना का बात कह कर गोल- मटोल जबाब देकर उसे दफ्तर छोड़ने को कहा जाता है और इसी बात की जानकारी ब्लॉक के बड़े अधिकारी सहित जिले के विभागीय अधिकारी भी जानते हैं लेकिन ब्लाक मुख्यालय दूर होने पर विभागीय अधिकारी गस्त ना होने के चलते इसका फायदा पशु परिचारक भोजराज दिवान को मिल रहा है जिसकी खामियांजा पशुपालन करने वाले किसानों को भुगतना पड़ रहा है सबसे मजेदार बात यह कि कार्यालय को भी यह अपना निजी निवास समझ रहे हैं और पिछले कई दिनों से यही अपना धोश जमाए बैठे हुए हैं
अब देखना यह होगा कि विभाग किस तरह अपने लापरवाह कर्मचारियों के ऊपर कितने दिनों के अंदर कार्यवाही करते हैं।
